अम्बर पे मेरे एक ही तार
वो एक तारा हो तुम
ना कोई खुदा मेरा तेरे सिव
मेरा जग सारा हो तुम
मैंने तुम्हें जहां रख
कोई नहीं हैं वह
पापा मेरी जान हरदम रखन
अब हाथ ये सर पर तुम
पापा मेरी जान मेरे संग चलन
हर मील का पत्थर तुम
तुमही पे तो ठहरते ह
ये रास्ते मेरे लिए
ना इससे बड़ी मेरी कोई ख़ुश
मुझे देखो जो हँस कर तुम
तुमको कुछ भी होने ना दूंग
ये लिख लो दिल पर तुम
हथेली की लिखीरों क
मैं मोड़ दूं तेरे लिए
पापा मेरी जान हरदम रखन
अब हाथ ये सर पर तुम
पापा मेरी जान मेरे संग चलन
हर मील का पत्थर तुम
तुमही पे तो ठहरते ह
ये रास्ते मेरे लिए