बचपन के दिन भूला न देन
हो बचपन के दिन भूला न देन
आज हंसे कल रुला न देन
आज हंसे कल रुला न देन
हो बचपन के दिन भूला न देन
लम्बे हैं जीवन के रस्त
आओ चले हम गाते हंसत
लम्बे हैं जीवन के रस्त
आओ चले हम गाते हंसत
गाते, हंसत
आ आ
दूर देश एक महल बनाए
प्यार का जिस में दीप जलाए
दीप जलाए
दीप जलाकर बुझा न देन
आज हंसे कल रुला न देन
हो बचपन के दिन भूला न देन
रुत बदले या जीवन बीत
दिल के ताराने हों न पुरान
नैनों में बन कर सपन सुहान
आएंगे एक दिन यही ज़मान
यही ज़मान
याद हमारी मिटा न देन
आज हंसे कल रुला न देन
हो बचपन के दिन भूला न देन